ये कोइ मजाक नही हकीकत है भाई साहब अभी - अभी खोजी दस्तो ने बताया । सालो से नम्बर एक पे विराजमान आखिर नम्बर दो पर आ हि गए। ईसी को कहते है हर आदमी के बुरे दिन आते है।
कहने को तो ये सिर्फ युजर सटीश्फेक्शन है लेकिन आप हकीकत को झुटला नही सकते। अब शायद गुगल कि अक्ल टिकाने आ जाये। और उसे आम लोगो कि अहमियत समझ मे आ जाये, आप सारी चीजे पैसो से ही नही पा सकते, सारी चीजे पी पी सी और एडवर्ड ही नही होती। जब तक आम आदमी का लगाव भावनात्मक रुप से नही होता आप बहुत दिनो तक नम्बरो के खेल मे नही चल सकते, और यही पर मार खा गये गुगल भाई। बस सम्भल जाओ नही तो बहुत देर हो जायेगी........
कहने को तो ये सिर्फ युजर सटीश्फेक्शन है लेकिन आप हकीकत को झुटला नही सकते। अब शायद गुगल कि अक्ल टिकाने आ जाये। और उसे आम लोगो कि अहमियत समझ मे आ जाये, आप सारी चीजे पैसो से ही नही पा सकते, सारी चीजे पी पी सी और एडवर्ड ही नही होती। जब तक आम आदमी का लगाव भावनात्मक रुप से नही होता आप बहुत दिनो तक नम्बरो के खेल मे नही चल सकते, और यही पर मार खा गये गुगल भाई। बस सम्भल जाओ नही तो बहुत देर हो जायेगी........